धीरे बोलना और शब्दो को महसूस करना

ध प्रस्तावना हकलाहट से पीड़ित व्यक्ति के मन में सबसे बड़ा डर होता है कि लोग उसकी बात को समझेंगे या मजाक उड़ाएँगे। इस डर से वह अक्सर तेजी से बोलने की कोशिश करता है। …

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सही श्वास – बोलने की कुंजी

प्रस्तावना बोलना और सांस लेना दोनों एक-दूसरे से गहराई से जुड़े हैं। अगर सांस सही तरीके से ली जाए, तो आवाज सहज और स्पष्ट निकलती है। लेकिन हकलाने वाले लोग अक्सर सांस लेने की प्रक्रिया …

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हकलाहट से मुक्ती – पहला कदम है स्विकार करना

1) ह हकलाहट पर काबू पाने की सबसे बड़ी शुरुआत है इसे स्वीकार करना। कई लोग अपनी समस्या छुपाने की कोशिश करते हैं, जिससे तनाव और बढ़ता है। जब आप इसे स्वीकार कर लेते हैं, …

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हकलाहट(Stammering) और श्वास का गहरा संबंध

हकलाहट केवल बोलने की समस्या नहीं है, यह कई बार व्यक्ति के आत्मविश्वास और मानसिक स्वास्थ्य से भी जुड़ी होती है। जब कोई व्यक्ति बोलने की कोशिश करता है और शब्द गले में अटक जाते …

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हकलाहट stammering पर रोज़ लिखने की आदत – क्या सचमुच फ़ायदा देती है?

ह हकलाहट का सामना करने वाला हर इंसान जानता है कि यह सिर्फ़ शब्दों के अटकने की समस्या नहीं, बल्कि भीतर की भावनाओं, आत्मविश्वास और सामाजिक व्यवहार से गहराई से जुड़ी हुई स्थिति है। कई …

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